कांग्रेस में घटा दिग्विजय का कद, मध्यप्रदेश कांग्रेस में भी दिखा विरोध

दिग्विजय सिंह कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ और पुराने नेताओं में हैं, लेकिन इसके बावजूद पार्टी ने उनका कद थोड़ा कम कर दिया। कभी कांग्रेस के संकटमोचक रहे दिग्विजय सिंह के सियासी कद में कटौती उनके भाई लक्ष्मण सिंह को रास नहीं आई है. कांग्रेस आलाकमान ने बड़े फेरबदल के तहत दिग्विजय सिंह से गोवा और कर्नाटक का प्रभार वापस ले लिया था. इस फैसले पर लक्ष्मण सिंह ने ट्विटर पर तंज कसा.



इस फैसले पर प्रतिक्रिया करते हुए दिग्विजय ने कहा है कि वह इस बदलाव से खुश हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा नई टीम चुने पर उन्हें काफी खुशी हुई है। दिग्विजय ने ट्वीट में लिखा, 'मैं बहुत खुश हूं। आखिरकार यह नई टीम राहुल द्वारा चुनी गई है। गोवा और कर्नाटक में कांग्रेस नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ काम करते हुए मुझे बहुत मजा आया। उन सबके सहयोग के लिए मैं उनका आभारी हूं। मैं कांग्रेस पार्टी और नेहरू-गांधी परिवार का वफादार हूं। मैं पार्टी में आज जो कुछ भी हूं, वह सबके उन्हीं की वजह से है।' 


प्रभारी पद से हटाए जाने के बाद मध्यप्रदेश में भी उनका विरोध शुरू होता दिख रहा है । कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता सत्यव्रत चतुर्वेदी का कहना है कि दिग्विजय‍ सिंह मध्यप्रदेश का प्राण भी छोड़ें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ज्योतिरादित्य सिंधिया को सीएम का चेहरा घोषित करें और दिग्विजय को तमिलनाडू भेजा जाए।  वही लक्ष्मण सिंह ने ट्वीट करके सत्यव्रत चतुर्वेदी को पार्षद चुनाव जीतकर दिखाने की चुनौती दी

दिग्विजय सिंहजी पर कटाक्ष करने वाले पार्षद का चुनाव जीत कर बताएं।सत्यव्रत चतुर्वेदी उनमे से एक हैं।कांग्रेस ऐसे लोगों के कारण हारती है। - लक्ष्मण सिंह


 

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