भोपाल। मप्र की जेलों में कुछ महीने बाद ज्योतिष के छात्र लैपटॉप लिए बंदियों की कुंडली बनाते हुए नजर आएंगे। दरअसल राजधानी में महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान ज्योतिषी में डिप्लोमा कोर्स शुरू कर रहा है जिसके सिलेबस में छात्रों को कैदियों के पास भी भेजा जाएगा, जिससे वो उनकी कुंडली तैयार कर पता कर पाएं कि किस विशेष ग्रह दशा में वे अपराध के लिए प्रेरित हुए।
अध्ययन का ये दायरा सिर्फ जेलों तक ही सीमित नहीं होगा, बल्कि आईआईएम जैसे बड़े संस्थानों में भी अध्ययन कराया जाएगा। इस पूरी कवायद का मुख्य उद्देश्य भविष्य के लिए एक ऐसा डाटा बैंक बनाने का है जिसके इस्तेमाल से नौजवानों को अपराध की राह में जाने से पहले ज्योतिष विद्या के जरिये सचेत किया जा सके। इस तरह का डाटा बैंक बनाने वाला मप्र पहला राज्य होगा।
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