जेट एयरवेज पर PMO ने बुलाई अर्जेंट मीटिंग, 15 अप्रैल तक इंटरनेशनल उड़ानें रद्द

आर्थिक संकट का सामना कर रहे जेट एयरवेज ने नकदी की कमी के चलते अपनी सभी अंतराष्ट्रीय उड़ानों को 15 अप्रैल तक रद्द कर दिया है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले बैंकों के समूह की ओर से हिस्सेदारी की बिक्री के लिए तय की गई बोली की समयसीमा शुक्रवार को खत्म हो गई. फिलहाल बैंकों का समूह एयरलाइन के नियमित उड़ान पर नजर रख रहा है. पहले यह बोली बुधवार को खत्म होने वाली थी, लेकिन बाद में इसे शुक्रवार तक के लिए आगे बढ़ा दिया गया था.

जेट एयरवेज के संस्थापक अध्यक्ष नरेश गोयल और उनकी पत्नी अनीता गोयल ने पिछले महीने ही मैनेजिंग बोर्ड से अपना इस्तीफा दे दिया था। एयरलाइन पर फिलहाल एसबीआई की अगुआई वाले लेंडर्स का लगभग 8,000 करोड़ रुपए का कर्ज बकाया है। एसबीआई की अगुआई वाले डोमेस्टिक कंसोर्टियम की तरफ से कर्ज के बोझ से दबी जेट एयरवेज की स्टेक बेचने का काम एसबीआई कैप्स को सौंपा गया है। बता दें कि जेट की मुंबई-कोलकाता, कोलकाता-गुवाहाटी और कोलकाता के रास्ते देहरादून से गुवाहाटी के बीच की शुक्रवार की उड़ान को परिचालन संबंधी कारणों से रद्द कर दिया गया। जेट की तरफ से बताया गया कि यात्रियों को उनके पैसे वापस दिए जा रहे हैं।