कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की इस घोषणा से नाराज थे कि सरकार छोटे और मध्यम उद्यमों को 3 लाख करोड़ रुपये का ऋण देगी । देश में कुल 6.3 करोड़ एमएसएमई में से केवल 45 लाख एमएसएमई निर्मला पैकेज के अनुकूल हैं। उन्होंने कहा कि पैकेज में प्रवासी मजदूरी की हिस्सेदारी की कमी की घोषणा उस दिन दर्दनाक थी। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लॉकडाउन के कारण भुखमरी के कारण सैकड़ों किलोमीटर की यात्रा करने वाले प्रवासी श्रमिकों का कोई उल्लेख नहीं है और उनकी मदद के लिए कोई उपाय नहीं किए गए हैं। सरकार देश के गरीबों को पैसा वितरित करने में भी विफल रही है। चिदंबरम ने कहा कि 13 करोड़ परिवार लॉकडाउन से बुरी तरह प्रभावित थे और सरकारी सहायता उन्हें नहीं बचा सकी !
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