आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर आयकर विभाग का शिकंजा


आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर आयकर विभाग का शिकंजा कसता जा रहा है. आयकर विभाग ने 1,000 करोड़ रुपये के बेनामी जमीन सौदों तथा कर अपवंचना मामले की जांच के सिलसिले में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के परिवार के सदस्यों के खिलाफ बेनामी लेनदेन कानून के तहत कार्रवाई शुरू की है जिनमें लालू की पत्नी, पुत्र और पुत्रियां शामिल हैं. विभाग ने लालू की पुत्री मीसा भारती और उनके पति शैलेश कुमार, उनकी पत्नी एवं बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, पुत्र और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और पुत्रियां चंदा तथा रागिनी यादव को संपत्ति कुर्क करने का नोटिस भेजा है. यह खबर समाचार एजेंसी पीटीआइ ने दी है और अपनी खबर में उसने उल्लेख किया है कि नोटिस की कॉपी उसके पास है !



आयकर विभाग के मुताबिक जो शख्स लालू परिवार की ब्लैक मनी को व्हाइट करने का काम कर रहा था उसका नाम विनय मित्तल है. विनय मित्तल को लालू यादव के दामाद शैलेश कुमार कालाधन सफेद करने की जिम्मेदारी दी थी !

आयकर विभाग ने खुलासा किया है कि शैलेश कुमार फर्जी कंपनियों में पैसा जमा कराने का काम विनय मित्तल को दिया था. इस काम को अंजाम देने के लिए विनय मित्तल ने सीए राजेश अग्रवाल को शैलेश कुमार से मिलवाया था. राजेश अग्रवाल ने शेल कंपनियो के जरिए काला धन मीसा और शैलेश की कंपनी में भेजा था. जां एजेंसियो ने उस शख्स को भी खोज निकाला है जिसे शैलेश ने शेल कंपनियों के जरिए फर्जी एंट्री लेने की बात की थी. एजेंसिया इस बात की भी जांच कर रही है कि शैलेश तक ये पैसा कैसे आया था.

लालू के दामाद शैलेश ने साल 2007 में एक शख्स से शेल कंपनियों और उससे फर्जी एंट्रियां लेने की बाबत पूरी जानकारी ली थी. साथ ही ऐसे लोगों के बारे में भी पूछा था जो शेल कंपनियो के जरिए काला धन सफेद कर कंपनियो में भेजते हैं.

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