रूस की ओर से आया नया बयान अमेरिका के साथ पहले ही तनावपूर्ण हो चुके संबंधों में और ज्यादा तनाव ला सकता है। रूस ने उत्तर कोरिया और यहां के शासक किम जोंग उन के रुख में आए बदलाव का श्रेय खुद लिया है। मॉस्को ने इस पूरे मामले में अमेरिका की भूमिका को श्रेय देने से इनकार कर दिया है और कहा है कि चीन और रूस के संयुक्त प्रयासों का ही नतीजा है कि आज नॉर्थ कोरिया इतना आगे बढ़ पाया है। एक रूसी सांसद की ओर से इस पूरे मसले पर बयान दिया है।वहीं दक्षिण कोरिया ने इसे ‘‘परमाणु निरस्त्रीकरण’’ की दिशा में एक ‘‘सार्थक प्रगति’’ बताते हुए उत्तर कोरिया की सराहना की. दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा, ‘‘उत्तर कोरिया का निर्णय परमाणु निरस्त्रीकरण की दिशा में एक सार्थक प्रगति है , जैसा विश्व चाहता है. ’’उत्तर कोरिया का कहना है कि उसने अपने परमाणु एवं लंबी दूरी वाले मिसाइल परीक्षण कार्यक्रम रोक दिए हैं और वह परमाणु परीक्षण स्थलों को बंद करने पर विचार कर रहा है. उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया और अमेरिका के बीच नए सिरे से परमाणु वार्ता होने की घोषणा के बाद यह ऐलान किया गया है. हालांकि, उत्तर कोरिया की तरफ से की गई इस घोषणा में उसके परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर इच्छुक होने का कोई स्पष्ट संकेत नहीं है. उत्तर कोरिया ने अपने परमाणु बल को लेकर आश्वासन जाहिर किया है, जिसके कथित थर्मोन्यूक्लियर वारहेड का जमीन के नीचे और तीन अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का हवा में परीक्षण करने के बाद किम जोंग - उन ने इसके नवंबर में पूरा होने की घोषणा की थी.
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