चुनाव खत्म हो चुके हैं लेकिन हिंदू मुसलमान वाला मुद्दा खत्म नहीं हुआ. चुनाव में भी मुसलमानों में मोदी का डर दिखाया गया लेकिन जो जनादेश आया उससे संकेत मिले कि जैसे जाति का असर खत्म हो रहा है वैसे हिंदू मुसलमान का मुद्दा भी अपना असर छोड़ रहा है. मुसलमान इस देश में किराएदार नहीं हैं, बल्कि हिस्सेदार हैं, ये कहकर असदुद्दीन ओवैसी ने फिर से मुद्दा गरमाने की कोशिश की है. ओवैसी कह रहे हैं कि मोदी को 300 सीटें मिल गईं तो वो मनमानी नहीं कर सकते. सवाल ये है कि मनमानी कर कौन रहा है?
अगर हिन्दू मुस्लिम का विवाद ख़तम हो जाये तो क्या ओवैसी जैसे नेताओ की राजनीती ख़तम हो जाएगी ? क्या इसी लिए न्यूज़ चैनल इस बयां पर डिबेट करना चाहते है ?
जनता ने जनादेश दे दिया है मगर राजनेता इस जाती के मुद्दे को छोड़ना नहीं चाहते , अगले साल इन्हे जीतना जो है ! गृह राज्य मंत्री किशन रेड्डी अपने बयान पर यह कहते हुए अड़े रहे कि उन्होंने कुछ गलत नहीं कहा, उन्होंने यह दावा किया कि हैदराबाद ’आतंकवादियों के लिए एक सुरक्षित क्षेत्र है’,