तिरुवनंतपुरम: राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की ऐतिहासिक जीत में केरल से उन्हें मिले एक वोट का भी योगदान है. हालांकि, इस वोट के कारण केरल के राजनीतिक खेमों में खलबली मच गई है. इसकी वजह ये है कि 140 सदस्यीय राज्य विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का कोई विधायक नहीं है. देश के कई राज्यों में मुर्मू के पक्ष में क्रॉस वोटिंग के बीच केरल से मिले इस अनपेक्षित वोट को लेकर भाजपा ने खुशी जताई है.
गौरतलब है कि मुर्मू ने विपक्षी दलों के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराकर आदिवासी समुदाय से पहली राष्ट्रपति बनकर इतिहास रच दिया है. मतगणना में मुर्मू को 64 प्रतिशत से अधिक वैध मत प्राप्त हुए. सत्तारूढ़ भाजपा का दावा है कि संसद के दोनों सदनों के 17 सांसदों और राज्यों के 126 विधायकों ने संबंधित पार्टी लाइनों को नजरंदाज करते हुए एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान किया
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