दो दिवसीय माता अनसूया मेला शुरू, 225 निसंतान दंपति करेंगे संतान प्राप्ति की कामना

गोपेश्वर। देवी भक्तों के जयकारों के बीच शक्ति शिरोमणि पुत्रदायिनी माता अनसूया मेला शुरू हो गया है। शनिवार को 225 बरोही (निसंतान दंपति) देव डोलियों के साथ अनसूया मंदिर पहुंचे। मेला शुभारंभ पर अलग-अलग गांवों से अनसूया गेट पर पहुंची देव डोलियों के अद्भुत मिलन से संपूर्ण मंडल घाटी भक्तिमय हो उठी। देर शाम तक निसंतान दंपतियों का अनसूया मंदिर पहुंचने का सिलसिला जारी था।
अनसूया गेट पर बदरीनाथ विधायक महेंद्र भट्ट ने दो दिवसीय अनसूया मेले का शुभारंभ किया। अपराह्न तीन बजे सबसे पहले कठूड़ गांव की मां ज्वाला की डोली मंडल बाजार में पहुंची। इसके बाद ग्राम पंचायत खल्ला, बणद्वारा, देवलधार और सगर गांवों से भी ज्वाला मां की डोलियां अनसूया गेट पर पहुंचीं। यहां देव डोलियों ने भक्तों को दर्शन दिए। करीब आधा घंटे तक आचार्य ब्राह्मणों ने सभी देव डोलियों की एक स्थान पर पूजा की। शाम चार बजे देव डोलियों ने अनसूया माता मंदिर के लिए प्रस्थान किया। मान्यता है कि अपनी बहन अनसूया को मिलने के लिए क्षेत्र की मां ज्वाला दत्तात्रेय जयंती पर अनसूया मंदिर पहुंचती हैं। इस दौरान महिलाओं ने मांगल गीतों से मां अनसूया का आह्वान किया। बदरीनाथ विधायक महेंद्र भट्ट ने कहा कि अनसूया मेले के संरक्षण के लिए पूरा प्रयास किया जाएगा। उन्होंने विधायक निधि से अनसूया मंदिर में यात्री विश्राम गृह के लिए पांच लाख रुपये और जीआईसी बैरांगना में कंप्यूटर क्रय के लिए दो लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने अनसूया मंदिर तक चार किलोमीटर सड़क निर्माण के लिए शासन से जल्द मंजूरी दिलाने का आश्वासन लोगों को दिया। देर शाम 225 बरोही (निसंतान दंपति) संतान प्राप्ति के लिए अनसूया मंदिर प्रांगण के एक कक्ष में पूजा के लिए बैठ गए। मान्यता है कि उन्हें सपने में माता अलग-अलग रूपों में दर्शन देती हैं, जिस बरोही को माता दर्शन दे देती हैं, वह चुपके से उठकर मुख्य मंदिर में पूजा के लिए पहुंच जाती है। जिस भी बरोही के स्वप्न में कन्या आएगी, तो उसे शुभ माना जाता है। अनसूया मंदिर के पुजारी डा. प्रदीप सेमवाल ने बताया कि गुजरात, मुंबई के साथ ही मैदानी क्षेत्रों से कई देवी भक्त माता अनसूया के दर्शनों को पहुंचे हैं। इस मौके पर अनसूया मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष बीएस झिंक्वाण, पूर्व अध्यक्ष कुंवर सिंह नेगी, पूर्व ब्लॉक प्रमुख भगत सिंह बिष्ट आदि मौजूद थे।

टिप्पणियाँ