शाबान अरबी कैलेंडर का आठवां महीना है। यह रमजान की तैयारी का महीना है। इस माह में एक रात है शबे-बरात, जो गुनाहों से माफी और इनाम की रात है। शबे-बरात रात मंगलवार को मनाई जाएगी। इसके दो सप्ताह बाद रमजान का आगाज हो जाएगा।
शबे-बरात की आमद को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। कब्रिस्तान में साफ-सफाई और रोशनी का इंतजाम किया जा रहा है। दरगाहों पर भी खास इंतजाम किए गए हैं। इस रात में लोग कब्रिस्तान जाकर अपने अजीजों के लिए दुआएं मांगते हैं। रात भर जागकर मस्जिदों में इबादत करते हैं। जामा मस्जिद के पेश इमाम मुफ्ती शाहिद अजहरी ने बताया कि शाबान की 15वीं रात खुदा का एक बेशकीमती इनाम है। इसमें मोमिनों के गुनाह माफ कर दिए जाते हैं और दुआएं कुबूल होती हैं। इस रात की फजीलत को समझते हुए ज्यादा से ज्यादा वक्त इबादत में गुजारें। बुरी बातों से बचें। इस रात को सैर और तफरीह में न गुजारें। अपने अजीजों के लिए दुआएं करें। मुल्क की तरक्की और अमन के लिए भी दुआ करें।
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