भय्यू महाराज ने सेवादार की ब्लैकमेलिंग से तंग आकर खुदकुशी की थी

मध्यप्रेदश के इंदौर शहर में बहुचर्चित भय्यू महाराज खुदकुशी मामले में सोमवार को पुलिस ने कोर्ट में चालान पेश कर दिया है। इसमें बताया गया है कि भय्यू महाराज ने सेवादार विनायक दुधाले, शरद देशमुख और पलक पुराणिक की ब्लैकमेलिंग से तंग आकर खुदकुशी की। इन तीनों पर आत्महत्या के लिए उकसाने, जबरन वसूली और संपत्ति हथियाने के लिए साजिश रचने का आरोप है। पुलिस ने भय्यू महाराज की नजदीकी बन चुकी पलक के बीच मोबाइल में हुई चैटिंग और सेवादार विनायक, शरद और पलक के बीच चैटिंग की जांच के बाद पाया कि ये तीनों महाराज की संपत्ति हथियाने के लिए दो साल से उनके आस-पास रहते हुए एक बड़ी साजिश रच रहे थे।

आज के अमर उजाला अखबार  की माने तो  आजाद नगर सीएसपी सुरेंद्र सिंह तोमर ने कोर्ट में 366 पन्ने का चालान पेश किया।पलक, विनायक और शरद भय्यू महाराज को डिप्रेशन की बीमारी होने पर डॉक्टरों की दवाओं की बजाए हाईडोज दवाएं देते थे। डॉक्टर ने भय्यू के लिए जोल प्रेस नामक दवा लिखी थी। विनायक महाराज को यह दवा तीन गुना ज्यादा मात्रा में दे रहा था। जिससे भय्यू तीन दिनों तक नींद की हालत में रहते थे।
इस दौरान भय्यू और पलक के कई अश्लील फोटो लिए गए। जिसके बाद भय्यू महाराज को ब्लैकमेल किया जाने लगा, जिससे वे मानसिक रूप से बीमार हो गए।