Congress Manifesto LIVE UPDATES: कांग्रेस का 'जन आवाज घोषणापत्र' जारी कर राहुल गांधी ने दिया नारा- गरीबी पर वार, 72 हजार
Congress Manifesto 2019 LIVE UPDATES: लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Election 2019) में सत्ता की बागडोर अपने हाथ में थामने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों में सियासी होड़ जारी है. मोदी सरकार यानी बीजेपी को केंद्र से हटाने के लिए कांग्रेस चुनाव से पहले ही लगातार वादों के फेहरिस्त लगा चुकी है. मगर आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव 2019 के लिए कांग्रेस का घोषणा पत्र (Congress Manifesto 2019) जारी किया. बता दें कि 11 अप्रैल को पहले चरण का मतदान होना है. ऐसे में पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से लेकर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) तक सभी ताबड़तोड़ प्रचार में जुटे हुए हैं. सभी राजनीतिक पार्टियां जनता को लुभाने की कोशिश में लगी हुई हैं. बीजेपी को हराने के लिए और सत्ता में वापसी की उम्मीद से राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मंगलवार की दोपहर कांग्रेस का घोषणापत्र (Congress Manifesto) जारी किया, जिसमें कई अहम वादों की फेहरिस्त है. इस मौके पर सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह, कांग्रेस की घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष पी चिदंबरम और दूसरे वरिष्ठ नेताओं के मौजूद हैं.
इसमें पांच बड़े वायदे किए गए हैं और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया कि इसमें कोई वादा झूठ पर आधारित नहीं है.
राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान की सरकार देश के से ग़रीबों के खाते में हर साल 72,000 और पांच साल में 3,60,000 रुपये डाले जाएंगे.
उन्होंने नारा दिया - 'ग़रीबी पर वार 72 हज़ार' और कहा कि ये हमारा पहला कदम न्याय का कदम है.
घोषणा पत्र में 2020 तक सभी खाली सरकारी पदों को भरने का वादा किया गया.
राहुल गांधी ने कहा कि देश में 22 लाख सरकारी पद खाली पड़े हैं, और कांग्रेस उन्हें जल्द से जल्द भरने की कोशिश करेगी.
तीसरा वादा ग्रामीण युवाओं को रोज़गार देने का किया गया है. राहुल गांधी ने कहा कि उनकी सरकार 10 लाख युवाओं को ग्राम पंचायतों में रोज़गार देगी.
इसके साथ ही तीन साल के लिए युवाओं को बिज़नेस खोलने के लिए कोई मंज़ूरी लेने की ज़रूरत नहीं होगी और बैंक के दरवाज़े उनके लिए खोल दिए जाएंगे.
कांग्रेस अध्यक्ष ने रेलवे की तरह ही किसानों का एक अलग बजट पेश करने का वादा किया.
किसानों के कर्ज़ की समस्या से निपटने के लिए राहुल गांधी ने कहा कि डिफॉल्ट होने पर किसानों पर आपराधिक मामले दायर नहीं किए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि अगर किसान कर्ज़ न दे पाए तो वो आपराधिक मामला नहीं बल्कि उसे सिविल अफेंस माना जाएगा.
घोषणा पत्र में वायदा किया गया है कि कांग्रेस की सरकार जीडीपी का 6 प्रतिशत हिस्सा शिक्षा बजट में आवंटित करेगी.
स्वास्थ्य को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि हम प्राइवेट इंश्योरेंस आधारित स्वास्थ्य स्कीमों पर भरोसा नहीं करते.
उन्होंने मोदी सरकार की स्वास्थ्य स्कीमों पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार ने लोगों से ही पैसा लेकर कुछ चंद लोगों को देने का काम किया है. हम सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को मज़बूत करने का काम करेंगे.
कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र का नाम 'जन घोषणा पत्र' रखा है, जिस पर लिखा है 'हम निभाएंगे.'
इस मौके पर सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह और पी चिदंबरम समेत कांग्रेस के अन्य नेता मंच पर मौजूद थे.
घोषणापत्र जारी होने के पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि पिछले पांच सालों में नौकरियों में कमी आई और खेती किसानी का संकट बढ़ा.