इंदौर, मध्य प्रदेश की 25 वर्षीय सोनम रघुवंशी को 9 जून 2025 को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में गिरफ्तार किया गया। उन पर अपने पति राजा रघुवंशी की हत्या का आरोप है, जो मेघालय में उनके हनीमून के दौरान हुई थी। यह मामला, जो अपनी चौंकाने वाली साजिश और विश्वासघात की कहानी के साथ देश को हिला चुका है, ने एक सुनियोजित अपराध का पर्दाफाश किया है।
29 वर्षीय राजा रघुवंशी, इंदौर के एक ट्रांसपोर्ट व्यवसायी, और उनकी नवविवाहित पत्नी सोनम ने 11 मई 2025 को शादी के बाद 20 मई को मेघालय के लिए हनीमून पर गए थे। परिवार के अनुसार, दोनों अपनी नई जिंदगी को लेकर उत्साहित थे। 22 मई को वे सोहरा (चेरापूंजी) क्षेत्र में एक होमस्टे में किराए के स्कूटर से पहुंचे। लेकिन 23 मई को दोनों रहस्यमय तरीके से लापता हो गए, जिसके बाद पुलिस और परिवार की तलाश शुरू हुई। 2 जून को मावलाखियात गांव के पास एक गहरी खाई में राजा का सड़ा-गला शव मिला। उनके शरीर पर चोट के निशान थे, और पास में एक खून से सनी माचेट, टूटा हुआ मोबाइल फोन और सोनम की सफेद शर्ट सहित कुछ सामान बरामद हुआ। इससे हत्या की आशंका बढ़ी, और शुरू में लूटपाट की संभावना जताई गई। सोनम का कोई पता नहीं चला, जिससे उनके अपहरण की आशंका जताई गई और उनके परिवार ने सीबीआई जांच की मांग की।
सोनम की गिरफ्तारी और सनसनीखेज खुलासा
9 जून 2025 को गाजीपुर के नंदगंज पुलिस स्टेशन में सोनम ने आत्मसमर्पण कर दिया और उनकी गिरफ्तारी हुई। मेघालय के पुलिस महानिदेशक आई. नोंग्रंग ने बताया कि सोनम ने अपने पति की हत्या के लिए चार हमलावरों को किराए पर लिया था। तीन हमलावरों को रात भर की छापेमारी में पकड़ लिया गया, जबकि चौथा अभी फरार है। जांच में पता चला कि सोनम ने इस हत्या की साजिश रची थी। शिलांग के होमस्टे की सीसीटीवी फुटेज में सोनम को संदिग्ध व्यवहार करते देखा गया, जहां वे बार-बार राजा से दूर जाकर फोन का इस्तेमाल कर रही थीं। उनकी सफेद शर्ट और अन्य सबूतों ने उनके खिलाफ शक को गहरा किया। पुलिस का कहना है कि सोनम ने हनीमून से पहले ही हमलावरों से संपर्क किया था और हत्या को मेघालय के दुर्गम इलाके में अंजाम दिया गया।
घटनाओं का क्रम
11 मई 2025: राजा और सोनम की इंदौर में शादी।
20 मई 2025: दोनों हनीमून के लिए मेघालय रवाना।
22 मई 2025: सीसीटीवी में राजा और सोनम शिलांग के होमस्टे में स्कूटर से पहुंचे। सोनम सफेद शर्ट में थीं और बार-बार फोन पर बात करती दिखीं।
23 मई 2025: दोनों सोहरा से लापता। एक पर्यटक गाइड ने बताया कि उनके साथ तीन अज्ञात लोग थे।
24 मई 2025: किराए का स्कूटर एक गड्ढे के पास मिला।
2 जून 2025: राजा का शव खाई में मिला, उनकी पहचान दाहिने हाथ पर "राजा" टैटू से हुई।
4 जून 2025: इंदौर में राजा का अंतिम संस्कार, परिवार ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया।
7 जून 2025: नई सीसीटीवी फुटेज सामने आई, सोनम के परिवार ने अपहरण का दावा करते हुए सीबीआई जांच की मांग की।
9 जून 2025: सोनम ने गाजीपुर में आत्मसमर्पण किया, पुलिस ने उनकी साजिश का खुलासा किया और तीन हमलावरों को गिरफ्तार किया।
जांच और जनता की प्रतिक्रिया
मेघालय पुलिस ने पूर्वी खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक विवेक स्येम की अगुवाई में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) बनाया। सोनम के कबूलनामे ने मामले को अपहरण से सुनियोजित हत्या में बदल दिया। हत्या का मकसद अभी जांच के दायरे में है, जिसमें निजी, आर्थिक या वैवाहिक कारणों की पड़ताल हो रही है। यह मामला देश भर में चर्चा का विषय बन गया है। सोशल मीडिया पर विश्वासघात और नवविवाहित जोड़े की इस कहानी को लेकर लोग हैरान हैं। इंदौर में सोनम के ससुराल के बाहर लगे पोस्टर, जो उनकी सुरक्षित वापसी की मांग कर रहे थे, अब इस त्रासदी की याद दिलाते हैं। सोनम का परिवार, जो पहले पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगा रहा था, अब चुप है।
मेघालय और उत्तर प्रदेश पुलिस मिलकर साजिश के पूरे विवरण और हमलावरों की भूमिका की जांच कर रही हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और कांग्रेस अध्यक्ष जीतेंद्र पटवारी ने राजा के परिवार से मुलाकात की। पहले सीबीआई जांच की मांग उठी थी, लेकिन सोनम की गिरफ्तारी के बाद कुछ रिश्तेदार अभी भी गहन जांच की मांग कर रहे हैं। यह मामला विश्वास और रिश्तों की नाजुकता को दर्शाता है, और राजा रघुवंशी के लिए न्याय की प्रतीक्षा में देश की नजरें पुलिस पर टिकी हैं।
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